विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आर्यभट्ट एकेडमी के तत्वाधान में नेहरू युवा केंद्र तथा आर्यभट्ट एकेडमी द्वारा संयुक्त रूप से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आये प्रतिभागियों ने भाषण, पेंटिंग, नृत्य तथा गायन के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण से जुड़े विविध पहलुओं पर प्रकाश डाला। आर्यभट्ट एकेडमी की निदेशक माला मेश्राम के संयोजन में आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता गोरख सिंह महाविद्यालय के सेवानिवृत्त प्रोफेसर भृगुनाथ प्रसाद ने की जबकि मुख्य अतिथि के रूप में जिले के जाने माने चिकित्सक डॉ. चंद्रशेखर प्रसाद श्रीवास्तव एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में चन्द्रा क्लासेज के निदेशक मनीष चन्द्रा उपस्थित रहे। कार्यक्रम के प्रारंभ में आर्यभट्ट एकेडमी की शिक्षिका दिव्या कुमारी चौरसिया ने सभी अतिथियों तथा प्रतिभागियों का स्वागत किया और कार्यक्रम की रुपरेखा को प्रस्तुत करने के साथ ही विश्व पर्यावरण दिवस की महत्ता पर प्रकाश डाला। इस मौके पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आर्यभट्ट एकेडमी की निदेशक माला मेश्राम ने सभी को विश्व पर्यावरण दिवस की शुभकामनायें देते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण कि दिशा में तेजी और निर्णायक कदम उठाने की जरुरत है अन्यथा पूरी सृष्टि का अस्तित्व समाप्त हो जायेगा। कार्यक्रम का अध्यक्षीय भाषण देते हुए प्रोफेसर भृगुनाथ प्रसाद ने मनुष्य और प्रकृति के संबंधों पर प्रकाश डाला और कहा कि मनुष्य ने अपने स्वार्थ के वशीभूत होकर प्रकृति को जो नुकसान पहुँचाया है उसका खामियाजा वह आज भुगत रहा है। कार्यक्रम के अंत में आर्यभट्ट एकेडमी के शिक्षक अमित कुमार ने सभी अतिथियों, प्रतिभागियों, मीडियाकर्मियों एवं कार्यक्रम से प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से जुड़े सभी व्यक्तियों को कार्यक्रम में शामिल होने हेतु धन्यवाद दिया। कार्यक्रम का कुशल संचालन दीपा कुमारी चौरसिया ने किया।